Hawa Mahal Information In Hindi भारत के सबसे बड़े राज्य राजस्थान की राजधनी जयपुर मे स्थित हवा महल राजस्थान के सबसे प्राचीन ईमारतों मे से एक है जिसका निर्माण लाल और गुलाबी बलुआ पत्थरों से किया गया है
हवा महल का नाम भारत के सबसे प्रसिद्ध पर्यटक स्थलों की सूजी मे गिनना जाता है जहाँ देश-विदेश से हजारो की तादात मे पर्यटक इसे देखने आते है इसमें कई खिड़कियाँ होने कि वजह से इसे ‘पैलेस ऑफ विंड्स’ भी कहा जाता है हवा महल दुनिया कि ऐसी पहली ऊँची ईमारत है जो बिना किसी नींव के बनाई गई है
आज इस आर्टिकल मे हम आपको हवा महल से जुडी तमाम वो सारी जानकारी जैसे हवा महल का इतिहास, हवा महल को किसने बनवाया था, हवा महल मे कितनी खिड़कियाँ है के बारे मे बताने जा रहे हैं
Table of Contents
1. हवा महल का इतिहास – Hawa Mahal History In Hindi

हवा महल का निर्माण महाराजा सवाई प्रताप सिंह जी द्वारा वर्ष 1799 ईस्वी मे करवाया गया था इसके निर्माण का मुख्य उदेश्य महल मे रहने वाली राज शाही महिलाओं के लिये था ताकि वे पर्दा प्रथा नियमो पालन करते हुए किसी गैर मर्द के सामने न आकर भी महल के अन्दर से बाहर का नजारा अच्छे से देख सके
क्योंकि उस समय महिलाओं को अपने चेहरे पर पर्दा ढकना अनिवार्य होत था और वे किसी गैर मर्द के सामने आने से बचती थी महाराजा ने इस महल का निर्माण राजस्थान के झुंझुन शहर मे महाराजा भूपाल सिंह द्वारा निर्मित खेतड़ी महल से प्रभावित होकर करवाया था
करीब 50 साल के बाद वर्ष 2006 मे हवा महल की पुनह मरम्मत कि गई थी और ऐसा बताया जाता है कि इस समय तक हवा महल का कुल मूल्य तक़रीबन 4568 मिलियन रूपय हो गया था
2. हवा महल की वास्तुकला – Architecture Of Hawa Mahal In Hindi

हवा महल लाल और गुलाबी बलुआ पत्थरों से निर्मित एक भव्य 5 मंजिला ईमारत है जिसकी ऊंचाई करीब 50 फिट है जिसमे मुग़ल और राजपूत शैली का अनोखा मिश्रण देखने को मिलता है और इसे डिज़ाइन करने वाले लाल चंद उस्ताद जी थे
हवा महल भगवान श्री कृष्ण के सर के ताज के आकर मे बना हुआ है क्योंकि ऐसा कहा जाता है कि महाराजा सवाई प्रताप सिंह भगवान श्री कृष्ण के प्रति अत्यंत भक्ति भावना रखते थे और यही कारण है की उन्होंने इस महल को उनके ताज का आकार दिया|
हवा महल मे कुल 953 खिड़कियाँ है जिन्हें झरोखे भी कहा जाता है जहाँ से आने वाली हवा गर्मियों के दिनों मे भी इस महल को ठंडा रखने का काम करती है महल मे प्रवेश के लिये आपको पिछले भाग से जाना होगा क्योंकि इसमें सामने की तरफ कोई प्रवेश द्वार नही है
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3. हवा महल किसने बनवाया था – Who Built Hawa Mahal In Hindi

हवा महल को महाराजा जय सिंह के पोते महाराजा सवाई प्रताप सिंह ने वर्ष 1799 ईस्वी मे बनवाया था
हवा महल मे कितने झरोखें(खिड़कियाँ) है – hawa mahal mein kitni khidki hai
हवा महल मे कुल 953 झरोखें है जिनपर बेहद खुबसूरत नक्काशी की गई है
हवा महल मे बहुत झरोखें क्यों बनाये गये है?
हवा महल मे इतने सारे झरोखें बनाने का मुख्य उदेश्य महल मे रहने वाली राजशाही था ताकि वे महल के बाहर सड़क पर हो रहे कार्यक्रम को देख सके पर उन्हें बाहर से कोई न देख पाए
हवा महल की ऊंचाई कितनी है ?
हवा महल की ऊंचाई 50 फिट है
हवामहल मे कितनी मंजिल है ?
हवा महल लाल और गुलाबी बलुआ पत्थरों से निर्मित एक भव्य 5 मंजिला ईमारत है
हवा महल की मंजिलों के नाम?
हवा महल मे कुल 5 मजिल है जिनके नाम शरद मंदिर, रत्न मंदिर, विचित्र मंदिर, सूर्य मंदिर और हवा मंदिर है
हवा महल कहाँ पर स्थित है?
हवा महल भारत के सबसे बड़े राज्य राजस्थान कि राजधानी जयपुर मे स्थित है
4. हवा महल कैसे जाएँ – How To Reach Hawa Mahal In Hindi
4.1 रेल मार्ग द्वारा कैसे पहुँचे – How To Reach By Train In Hindi
अगर आप ट्रेन के माध्यम से हवा महल पहुंचना चाहते है तो सबसे पहले आपको जयपुर स्टेशन पहुंचना होगा जो देश के सभी बड़े शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है
यहाँ से हवा महल के लिये मात्र 18 मिनट का समय लगता है जिसे किसी भी टैक्सी या कैब द्वारा तय कर सकते है
4.2 सड़क मार्ग द्वारा कैसे पहुँचे – How To Reach By Road In Hindi
सड़क मार्ग से हवा महल पहुँचने के लिये भारत के किसी भी शहर से बसों कि काफी अच्छी सुविधा उपलब्ध है जिसके द्वारा आप बड़े आराम से हवा महल पहुंचा जा सकता है
4.3 फ्लाइट द्वारा कैसे पहुँचे – How To Reach By Flight In Hindi
अगर आप फ्लाइट से जाना चाहते है तो जयपुर हवाई मार्ग द्वारा देश के सभी बड़े शहरों से अच्छी जुड़ाव रखता है जयपुर हवाई अड्डे से हवा महल पहुँचने मे मात्र 30 मिनट का समय लगता है
5. हवा महल का पता – Hawa Mahal Address In Hindi
Hawa Mahal Rd, Badi Choupad, J.D.A Market, Pink City, Jaipur, Rajasthan 302002
6. हवा महल जाने का सबसे अच्छा समय – Best Time To Visit Hawa Mahal In Hindi

हवा महल घूमने का सबसे बढ़िया जो समय है वो नवंबर से फरवरी महीने के बिच का रहता है क्योंकि इस समय जयपुर का मौसम बिलकुल सुहावना रहता है जो जयपुर घूमने के लिये एकदम अनुकूल माना जाता है| हवा महल प्रतिदिन सुबह 9:30 बजे से शाम 4:30 बजे तक पर्यटकों के लिये खुला रहता है
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7. हवा महल की एंट्री फीस – Hawa Mahal Entry Fees In Hindi
हवा महल मे प्रवेश के लिये भारतियों को 50 रूपए यो वही विदेशियों के लिये 200 रूपए लगता है इसके अलवा अगर आप अंदर कैमरा ले जाना चाहते है तो उसके लिये एंट्री फीस के साथ अलग से 10 रुपये देने होंगे और विदेशियों को 30 रूपये
अगर आप कंपोजिट टिकेट खरीदते है जिसकी कीमत 1000 रुपये है तो आप दो दिन तक हवा महल और इसके आस पास मे मौजूद सभी जगहों का भ्रमण कर सकेंगे
8. हवा महल की कुछ रोचक बातें व तथ्य – Some Facts About Hawa Mahal In Hindi

1.हवा महल को ‘पैलेस ऑफ़ विंड्स’ के नाम से भी जाना
2.हवा महल का निर्माण लाल और गुलाबी बलुआ पत्थरों से करवाया गया है
3.हवा महल मे ऊपर जाने के लिये सीढियों कि जगह ढालूदार रस्ते बनाये गये है
4.इस महल को महाराजा सवाई प्रताप सिंह ने वर्ष 1799 ईस्वी मे बनवाया था
5.हवा महल मे कुल 953 खिड़कियाँ है जो गर्मियों के दिनों मे महल को ठंडा रखती है
6.हवा महल को भगवान श्री कृष्ण के मुकुट के आकर मे बनाया गया है
7.हवा महल कुल 5 मंजिला ईमारत है जिसकी ऊंचाई लगभग 50 फीट है
8.हवा महल बिना किसी नींव के बना दुनिया का सबसे ऊंचा महल ह
9.हवा महल मे सामने कि तरफ कोई प्रवेश द्वार नही है
10.आज के समय हवा महल भारतीय और अंतराष्ट्रीय फिल्मों का प्रसिद्ध शूटिंग स्पॉट बना हुआ है
9. हवा महल का नक्शा – Map Of Hawa Mahal In Hindi
अगर आपको हमारा यह आर्टिकल (हवा महल का इतिहास और पूरी जानकारी – Hawa Mahal Information In Hindi) पढ़ कर अच्छा लगा तो कृप्या इसे उन दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ भी अवश्य शेयर करें जो हवा महल घूमने के बारे मे सोच रहें हो|
आपकी हवा महल की यात्रा शुभ हो
Ohh Bhai Op Op Content
dhanaywad bhai