Tourist Places In Varanasi In Hindi–काशी और बनारस के नाम से मशहूर वाराणसी शहर गंगा जी के तट पर बसा हुआ दुनिया का सबसे पुराना शहर माना जाता है वाराणसी शहर हिन्दुओं का एक प्रमुख तीर्थ स्थल है जहाँ देश ही नही बल्कि विदेशों से भी लाखो की तादात में सैलानी घुमने और यहाँ कि संस्कृति को देखने और समझने के लिये आते है
काशी के बारे मे ऐसा कहा जाता है कि यह नगरी भगवान शिव जी के त्रिशूल पर खड़ी है वैसे तो काशी मे कई मंदिर है परन्तु भगवान शिव को सम्रपित काशी विश्वनाथ मंदिर देश के 12 जोतिर्लिंगो मे से एक है|
वाराणसी से सटा हुआ सारनाथ है जहाँ भगवान गौतम बुद्ध ने अपना पहला उपदेश दिया था इसके अलावा यहाँ कुल 84 घाट स्थित है जिनमे मणिकर्णिका घाट, अस्सी घाट और दशाश्वमेध घाट सबसे प्रमुख और पवित्र घाट है
मंदिरों और घाटों के अलवा बनारस खाने-पीने के शौकिन लोगों के लिये काफी पसंदीदा शहर है यहाँ कि बनारसी साड़ी और बनारसी पान तो पुरे देश भर मे प्रसिद्ध है
चलिए आगे जानते है इस आर्टिकल मे बनारस के बारे मे और अच्छी तरह से जैसे बनारस के प्रसिद्ध मंदिर, बनारस के प्रमुख दर्शनीय स्थल, बनारस का इतिहास और एंव बनारस मे घुमने की जगह
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Table of Contents
1. वाराणसी का इतिहास – History Of Varanasi In Hindi

बनारस का इतिहास खुद इतिहास से, परम्परा से और सभी पौराणीक कथाओ से भी जादा पुराना है और इन सब को आपस मे जोड़ भी दिया जाये तब भी बनारस इससे दुगना पुराना है काशी का उल्लेख हिन्दुओं के सबसे पुराने धर्म ग्रन्थ ‘रिग वेद’ मे भी मिलता है|
इस नगर कि स्थापना भगवान शिव ने लगभग 5000 साल पूर्व कि थी पौराणीक मान्यताओ के अनुसार यह शहर भगवान शिव और माता पारवती का निवास स्थान हुआ करता था
कई मुस्लिम आक्रान्ताओ ने अपने-अपने शासन काल मे यहाँ के मंदिरों को तोड़ा और उनपे मस्जिद बना डाली हालाँकि तभी इन सभी आक्रमणों को सहता हुआ बनारस आज भी जेंव का तेंव खड़ा है|
2. वाराणसी के दर्शनीय स्थल – Tourist Places In Varanasi In Hindi
2.1 बनारस मे घुमने लायक जगह रामनगर किला – Banaras Me Ghumne Layak Jagah Ramnagar Fort In Hindi

यह एक प्राचीन किला है जो वाराणसी लगभग 14 किलोमीटर दूर गंगा के टट पर स्थित है इस किले का निर्माण सन् 1750 ईस्वी मे कशी नरेश बलबन्त सिंह ने करवाया था उस समय यह किला काशी नरेश क निवास स्थान भी हुआ करता था और वर्तमान मे इस किले के महाराजा अनंत नारायण जी है
जो अभी भी इस किले मे रहते है यह किला मखन के रंग वाले चुनार बालू पत्थर से निर्मित है किले मे कुल चार गेट है जिसमे पूर्व कि ओर बना लाल दरवाजा इसका मुख्य गेट है इसमें कुल 1010 छोटे-बड़े कमरे है और 7 आंगन है
इसके अलवा किले मे एक संग्राहलय भी है जिसमे यहाँ के महराजा से सम्बंधित क्लाकिर्तियों, उनकी तस्वीरें, विंटेज कर, शाही वस्त्र और तलवारें आदि देखने को मिलेंगे
किले के खुलने क समय सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक रहता है और अन्दर प्रवेश के लिये बड़ो को 15 रूपये जबकि बचों के लिये 10 रूपये रखा गया है|
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2.2 बनारस का प्रसिद्ध मंदिर काशी विश्वनाथ मंदिर – Famous Temple Of Banaras Kashi Vishwanath Temple In Hindi

बनारस कि यह यात्रा काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन किये बिना आपके लिये अधूरी ही रह जाएगी ऐसा समझिये क्योंकि जो कोई हिन्दू बनारस आता है वह सबसे पहले काशी विश्वनाथ मंदिर मे ही जाता है क्योंकि यह मंदिर हिन्दुओ के लिये सबसे पवित्र दर्शनीय स्थल है|
यह मंदिर भगवान शिव को सम्रपित है और देश के सभी 12 ज्योतिर्लिंगों मे से एक है रोजाना तक़रीबन हजारो कि तादात मे श्रद्धालु यहाँ आते है और पवित्र गंगा स्नान कर मंदिर के दर्शन करते है माना जाता है कि ऐसा करने से मनुष्य को मोक्छ कि प्राप्ति होती है
अगर आप मंदिर मे दर्शन के लिये जाना चाहते है तो एकदम सुबह-सुबह जाये नही तो फिर इतनी भीड़ हो जाती है कि आपको घंटो इंतजार करना पड़ सकता है मंदिर सुबह 4 बजे के बाद खुल जाता है
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2.3 वाराणसी के दर्शनीय स्थल – Banaras Ke Paryatan Sthal Sarnath Stupa In Hindi

सारनाथ बौद्ध धर्म के चार प्रमुख स्थलों मे से एक है जो वाराणसी से 15 किलोमीटर कि दुरी पर स्थित हैं ऐसा कहा जाता है कि भगवान गौतम बुद्ध ने ज्ञान प्राप्ति के बाद इसी स्थान पर अपना पहला उपदेश दिया था जिसे ‘धर्म चक्र प्रवर्तन’ कहा जाता है|
विश्व भर से बौद्ध धर्म को मानने वाले लोग यहाँ आते है और पूजा अर्चना कर अपनी भक्ति भावना को प्रकट करते है यहाँ सारनाथ मे धम्मेक स्तूप, चौखड़ी स्तूप, मुलाकधप कुटी कई मंदिरे भी है जिन्हें आप देख सकते है
इसके अलवा यहाँ एक संग्राहलय भी है जिसमे आप बौद्ध काल कि मूर्तियों का स्मृद्ध संग्रेह देख सकते है
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2.4 बनारस के घाट मणिकर्णिका घाट – Manikarnika Ghat Tourist Places In Varanasi In Hindi

मणिकर्णिका घाट गंगा नदी के किनारे स्थित सभी पवित्र घाटो मे से एक है जिसके चारो तरफ केवल मंदिर ही मंदिर दिखेगा यह एक ऐसा घाट है जहाँ चोबीसो घंटे चिताएं जलती ही रहती है
बहुत से लोगो कि यह चाह भी होती है कि उनकी मृत्यु के बाद उनका अंतिम संस्कार मणिकर्णिका घाट पर ही हो क्योंकि ऐसा माना जाता है कि यहाँ जलाये गए शवों को सीधे मोक्छ कि प्राप्ति होती है
और उसकी आत्मा जीवन मरण के चक्र से सदा के लिये मुक्त हो जाती है और सायेद इसीलिए भी इसे महाश्मशान के नाम से जाना जाता है|
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2.5 वाराणसी के प्रमुख पर्यटन स्थल तुलसी मानस मंदिर – Tulsi Manas Mandir Banaras Tourist Places In Hindi

यूँ तो बनारस मे जादातर लोग कासी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन के लिये देश के कोने-कोने से आते है किन्तु इसके अलवा भी यहाँ कई अन्य मंदिरे है और इन्ही मे से एक बहुत ही प्रसिद्ध ‘तुलसी मानस मंदिर’ भी है
यह मंदिर वाराणसी से लगभग 5 किलोमीटर कि दुरी पर स्तिथ सफ़ेद संगमरमर से बना हुआ एक भव्य मंदिर है इस मंदिर का निर्माण सन् 1964 मे कलकाता के एक व्यापारी सेठ रत्नलाल ने करवाया था|
इस मंदिर कि सभी दीवारों पर श्री रामचरितमानस लिखा हुआ है मंदिर मे प्रभु श्री राम, माता जानकी, हनुमानजी, माता अनुपूर्ण एवं भगवान शिव विराजमान है वहीँ दूसरी मंजिल पर संत तुलसी दास जी विराजमान है|
ऐसा कहा जाता है इसी स्थान पर संत तुलसीदास जी ने ‘रामचरितमानस’ कि रचना कि थी इसलिए इसे तुलसी मानस मंदिर कहा जाता है
मंदिर सुबह 5:30 बजे से दोपहर 12 बजे तक और फिर दोपहर 3:30 से रात 9 बजे तक खुला रहता है
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2.6 वाराणसी के दर्शनीय स्थल संकट मोचन मंदिर -Varanasi Ke Darshaniye Sthal In Hindi

यह मंदिर बनारस से दक्छिण दिशा मे स्थित है जो दुर्गा माता मंदिर और नए विश्वनाथ मंदिर के बेहद पास है इस मंदिर का निर्माण पंडित मदन मोहन मालवीय जी ने 19वीं सदी मे करवाया था इस मंदिर को वानर मंदिर भी कहते है
क्योंकि यहाँ आस-पास बंदरो कि संख्या बहुत जादा है ऐसा माना जाता है कि तुलसीदास जी को इसी स्थान पर पहली बार हनुमानजी का सपना आया था जिसके बाद तुलसीदास जी ने यही पर हनुमानजी कि मूर्ति स्थापित कि और बाद मे चलकर इसे संकट मोचन मंदिर नाम दे दिया गया
‘संकट मोचन’ का अर्थ है दुखो को हरने वाला इसलिए जो कोई इस मंदिर मे हनुमानजी के दर्शन के लिये आता है उस पे हनुमानजी कि विषेश कृपा होती है|
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2.7 बनारस के प्रमुख मंदिर भारत माता मंदिर – Banaras Ke Prasidh Mandir Bharat Mata Mandir In Hindi

यह मंदिर कशी विद्यापीठ परिसर मे स्थित है इस मंदिर का निर्माण शिव प्रसाद गुप्त ने करवाया था और उद्घाटन खुद महात्मा गाँधी ने किया था यह एक पांच मंजिला मंदिर है जो बेहद खुबसूरत है यहाँ पर आपको अपने भारत वर्ष कि सम्पूर्ण जानकारी मिलाती है
और लोग यहाँ आकर पूरी तरह देश भक्ति भावनाओ से भर जाते है इस मंदिर मे संगमरमर को काट कर भारत का नक्सा तयार किया गया है और किस जगह पर क्या है ये सारी चीजे नक्से मे अच्छी तरह बताई गई है जो अपने आप मे ही अदभुत है
इसके अलवा यहाँ पर आपको कई पुस्तके भी मिल जाएगी पढने के लिये|जब भी आप बनारस आये तो एक बार भारत माता मंदिर देखने अवश्य जाये बनारस से इसकी दुरी मात्र 1 किलोमीटर है जिसे आप पैदल भी तय कर सकते है
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2.8 वाराणसी मे घुमने की जगह चंद्रप्रभा वाइल्डलाइफ – Banaras Me Ghumne Ki Jagah Chandraprabha Wildlife Santuary In Hindi

यह अभ्यारण्य वाराणसी शहर से 70 किलोमीटर दूर दक्छिन पूर्व दिसा मे स्थित है चंद्रप्रभा अभ्यारण्य मे राजदारी और देवदारी झरने है जो मुख्य आकर्षण का केंद्र है खासकर देवदारी झरना सबसे खुबसूरत झरनों मे से एक है
इसकी खूबसूरती इस्तनी अच्छी है कि कोई भी इंसान एक बार देखेगा तो देखता ही रह जाएगा देवदारी झरने कि अपनी एक खास विसेस्ता है जिसे जान कर आप हैरान और सोच मे पड़ जायेंगे
यहाँ झरने के बिच एक कुंड है जिसमे यदि आप कोई भी पत्थर फेकेंगे तो वह पत्थर पानी मे जाएगा ही नहि बल्कि उल्टा आप ही के पास गिरेगा|
2.9 बनारस का प्रसिद्ध किला चुनार का किला – Chunar Fort Banaras Tourist Places In Hindi

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चुनार का किला बनारस शहर से लगभग 23 किलोमीटर दूर मिर्ज़ापुर जिले मे गंगा नदी से बिलकुल सटा हुआ एक पहाड़ी पर स्थित है इस किले का निर्माण उज्जैन के महाराजा विक्रमादित्य ने अपने बड़े भाई राजा भथारीके के सम्मान मे करवाया था
बाद मे चलकर इस किले पर पृथवीराज चौहान से लेकर बाबर, हुन्मायु, अकबर और शेर साह सूरी जैसे सासको ने अपना शासन किया|
अगर आप एक ऐसे इंसान है जो इतिहास मे रूचि रखता हो तो आपको इस किले का भ्रमण अवश्य करना चाहिए यह किला इतिहास प्रेमियों को अपनी ओर खूब आकर्षित करता है
इसके खुलने का समय सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक रहता और प्रवेश के लिये कोई एंट्री चार्ज नही बिलकुल फ्री है
2.10 बनारस के प्रसिद्ध मंदिर दुर्गा माता मंदिर – Banaras Ka Prasidh Mandir Durga Mata Mandir In Hindi

यह मंदिर वाराणसी शहर के रामनगर मे स्थित माँ दुर्गा को सम्रपित है इस मंदिर का निर्माण एक बंगाली महारानी ने अठारवी सदी मे करवाया था लाल पत्थरों से बने इस भव्य मंदिर मे माँ दुर्गा के अलावा बाबा भैरौनाथ, माँ काली, माँ लक्ष्मी एवं माँ सरस्वती कि प्रतिमा है|
हर समय यहाँ स्रधालुयो का आना जान लगा रहता है लेकिन नवरात्र के समय माँ दुर्गा के दर्शन के लिये लोगो कि इतनी भीड़ लगती है कि मानो पैर रखने कि जगह भी न मिले हर साल सावन के महीने मे यहाँ मेला लगता है
जो पुरे महीने चलता है इसी दौरान मंदिर परिसर मे गीत-संगीत के कार्यक्रम भी होते है अगर आप वाराणसी आये है तो आपको माँ दुर्गा के दर्शन अवश्य करने चाहिए
पूजा समाग्री से सम्बंधित हर एक समान आपको मंदिर के मुख्य द्वार पर ही मिल जाएगी
2.11 बनारस मे प्रसिद्ध साड़ी की दुकान बनारस सिल्क एम्पोरियम – Banaras Famous Sari Shop Banaras Silk Emporium In Hindi

बनारस के छावनी रोड पर स्थित बनारस सिल्क एम्पोरियम जो एक प्रसिद्ध थोक व्यापारी हैं यहाँ पर आपको फेमस बनारसी साड़ी और अन्य कपडे काफी अच्छे दामो मे मिल जायेंगे जो किसी अन्य व्यापारी के पास सायद ही आपको मिलेग
तो अगर आप बनारस आये है और कम दामो मे बनारसी साड़ी खरीदने कि सोच रहे है तो मुझे नही लगता कि यहाँ से सस्ता और अच्छा बनारसी साड़ी कोई और दे पायेगा|
2.12 बनारस मे घूमने की जगह भारत कला भवन – Banaras Me Ghumne Ki Jagah Bharat Kla Bhavan In Hindi

वाराणसी के काशी हिन्दू विश्वविद्यालय मे स्थित भारत कला भवन का निर्माण सन्1920 मे पदमभूषण से सम्मानित राय कृषणदास द्वारा कि गई थी यह एशिया कि सबसे बड़ी विश्वविद्यालय का संग्राहलय है
मतलब सबसे बड़ा संग्राहलय जो कि किसी विश्वविद्यालय मे बना है इसमें बारहवी सदी से बीसवी सदी तक के भारतीय लघु चित्र उपस्थित है
लघु चित्रों कि बात करे तो इसकी विकास कि कहानी पोथी चित्र से सुरु होती है और इसमें कुल 12000 चित्र शैलिय है जो यहाँ संकलित किये गए है|
2.13 बनारस के दर्शनीय स्थल अस्सी घाट – Banaras Me Ghumne Ki Jagah Assi Ghat In Hindi

बनारस में दक्षिण की और गंगा नदी के तट पर स्थित अस्सी घाट बनारस के 84 घाटों में से एक है जिसके नाम की उत्पति अस्सी और गंगा नदी के संगम से हुई है इस घाट के किनारे कई मंदिर स्थित है और उसी में एक बाबा जग्र्नाथ का मंदिर है जहाँ हर साल मेला लगता है
अगर आप बनारस आये है तो शाम 6 बजे के करीब अस्सी घाट की गंगा आरती को देखने जरुर जाए ये काफी आकर्षक रहती है इसे देखने के लिए वहां लोगो की भीड़ उमड़ी रहती है
3. वाराणसी कैसे पहुँचे – How To Reach Varanasi In Hindi
3.1 हवाई जहाज से वाराणसी कैसे पहुँचे – How To Reach Varanasi By Airplane In Hindi

अगर आप फ्लाइट से बनारस आना चाहते है तो यहाँ स्थित लाल बहादुर शास्त्री हवाई अड्डा है जो देश के अलग-अलग शहरो से बहुत अच्छी तरह जुड़ा हुआ है जहाँ से आप फ्लाइट के माध्यम से वाराणसी पहुँच सकते है
3.2 रेल मार्ग से वाराणसी कैसे पहुँचे – How To Reach Varanasi By Train In Hindi

वाराणसी मे कुल तिन रेलवे स्टेशन है बनारस रेलवे स्टेशन, वाराणसी जंक्शन एंव अलावा मंडआडोह स्टेशन
और यह सभी रेलवे स्टेशन देश के अन्य शहरो जैसे मुंबई, दिल्ली, कोलकाता, पटना, मधुरा, आगरा, उदयपुर, और जयपुर आदि से अच्छी तरह जुड़े हुए है|
3.3 सड़क मार्ग से वाराणसी कैसे पहुँचे – How To Reach Varanasi By Road In Hindi

सड़क के माध्यम से वाराणसी शहर देश के अन्य शहरो जैसे दिल्ली, अयोध्या, लखनऊ, आगरा, मथुरा एंव जयपुर से काफी अच्छी तरह जुड़ा हुआ है|
हर रोज वाराणसी के लिये बहुत सी प्राइवेट और पब्लिक बसें देश के विभिन्न शहरो से चलती है यदि आप चाहे तो कैब बुक कर के भी बनारस पहुँच सकते है
4. बनारस घुमने का सबसे अच्छा समय – Best Time To Visit Varanasi In Hindi

अगर आप बनारस घुमने आ रहे है तो यहाँ घुमने का सबसे अच्छा समय सर्दियों मे होता है Nov से feb महीने के बिच इस समय बनारस का मौसम हल्का ठंडा रहता है जो घुमने के लिये काफी अनुकूल है|
गर्मियों के मौसम मे बनारस घूमना आसन नही होता क्योंकि यहाँ इतनी कड़ाके कि धुप निकलती है जिसे आपका शरीर जलने लगेगा इसी कारण घुमने मे मन भी नहीं लगेगा|
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5. बनारस का खान पान – Banaras Local Foods In Hindi

बाबा भोलेनाथ कि नगरी मे जितना प्रसिद्ध यहाँ के मंदिर और घाट है उतना ही प्रसिद्ध यहाँ का स्वादिस्ट भोजन भी है जिसे एक बार खा लेने के बाद आपका मन दोबारा खाने का अवश्य करेगा यहाँ बसे कचौड़ी गली मे लोग सुबह-सुबह पुड़ी-सब्जी खाने दूर-दूर दौड़े चले आते है
पुड़ी-सब्जी के साथ गरम-गरम जलेबी खाएं तो इसका मजा दोगुना बढ़ जाता है लंका पर स्तिथ चाची की दुकान पुड़ी और जलेबी के लिये मशहूर है|इसके अलावा वाराणसी के व्यंजनों मे लॉन्ग लता भी है जिसे एक बार जरुर चखना चाहिए यह मैदे से बना होता है जिसमे खोया भरकर घी मे छाना जाता है
इसके अलावा टमाटर चाट, म्लाइयों, ठंढाई और बनारसी लस्सी भी है जिसमे केला,आम,अनार, सेब और रबड़ी हर फ्लेवर मिलता है|बनारसी पान तो पुरे भारत वर्ष मे फेमस है ऐसे मे अगर आप बनारस आये ही है तो एक पान तो बनता ही है यहाँ आपको हर तरह के पान मिल जायेंगे किन्तु गुलकंद वाला पान सबसे जादा पसंद किया जाता है
6. वाराणसी का नक्शा – Map Of Varanasi In Hindi
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7. बनारस की कुछ तस्वीरें – Some Local Photos Of Varansi In Hindi




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आपकी बनारस की यात्रा शुभ हो